Thursday, March 5, 2009

रॉकेट साइंस-रॉकेट साइंस

मैं यहाँ आपकी विज्ञान की क्लास नहीं लूँगा। और न ही रॉकेट साइंस के बारे में बताऊंगा। लेकिन रॉकेट साइंस शब्द के बारे में जरूर बताऊंगा। यह वह शब्द है जिसे टीचर अक्सर मेरी क्लास में कहते रहते हैं। जब भी किसी विषय, टॉपिक या घटना के बारे में बताते हैं तो वे कहते हैं कि इसमें कोई रॉकेट साइंस नहीं है।

भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली में २८ जुलाई, २००८ से शुरू हुआ हमारा सत्र वैसे तो अब समाप्ति की ओर है लेकिन रॉकेट साइंस शब्द मेरी यहाँ की क्लासों में शुरू से ही सुनाई दे रहा है। हमारे संस्थान के पत्रकारिता पढ़ाने वाले टीचरों से लेकर गेस्ट फैकल्टी तक रॉकेट साइंस की बात करते हैं। मेरी समझ में नहीं आता कि आख़िर रॉकेट साइंस ही क्यूँ। वे या हम उस विषय की सरलता को प्रकट करने के लिए किसी और शब्द का भी नाम ले सकते हैं।

मैं आपको बता दूँ कि मैंने ग्रेजुएशन तक साइंस में पढ़ाई की है और यहाँ पत्रकारिता में यह शब्द सुनकर ऐसा लगता है कि मानों मैं साइंस की क्लास कर रहा हूँ। राजनीतिक, बिजनैस, खेल, कंफ्लिक्ट आदि की पढ़ाई करवाने वाले टीचर भी इस शब्द का प्रयोग करते हैं। वैसे मैं आपको बता दूँ कि रॉकेट साइंस इतनी भी कठिन नहीं है जितनी लोग समझते हैं।

एक वाक्य तो बहुत ही इंट्रेस्टिंग है। हुआ यूँ कि एक बार मैं क्लास कर रहा था। क्लास राजनीतिक पत्रकारिता की थी। एक टीचर हमें राजनीतिक सर्वे के बारे में बता रहे थे। किसी बात के दौरान उन्होंने भी रॉकेट साइंस शब्द का प्रयोग किया। अचानक मेरे दिमाग में आया कि किसी भी चीज से आसानी से बचने के लिए रॉकेट साइंस शब्द कितना आसान है। एक रॉकेट की तरह निकलने वाला यह शब्द वास्तव में रॉकेट ही है। किसी भी व्यक्ति के दिमाग में कुछ भी घुसाने के लिए बस कह दो, "यह कोई रॉकेट साइंस नही है।" तो आप समझ गए होंगे कि कोई भी चीज इस दुनिया में रॉकेट साइंस नहीं है।

1 comment:

मणेन्द्र कुमार मिश्रा "मशाल" said...

bahut hi bhavpoorna aur aakarsak prastuti. tartamyata banaye rakhen.
aap patrakarita me naye sopan rache...
hamari hardik subhkamnayen.